Daily Quiz For UPSC Ki Taiyari:
Q_. कुषाण काल के दौरान मूर्तिकला की गांधार शैली निम्नलिखित में से किसका मिश्रण है?
[A] भारत-इस्लाम शैली
[B] भारत-ईरानी शैली
[C] भारत-चीन शैली
[D] भारत-ग्रीक (यूनानी) शैली✓
व्याख्या: गांधार शैली वास्तुकला का एक प्रमुख शैली थी जो कुषाण साम्राज्य के समय के दौरान (प्राचीन भारतीय इतिहास के 1वीं से 3वीं सदी) उत्तर पश्चिमी भारतीय क्षेत्रों में विकसित हुई।
* इस शैली की मुख्यता यह है कि इसमें भारतीय और ग्रीक सांस्कृतिक प्रभाव एक साथ मिले हैं।
* इस शैली की कुछ विशेषताएं हैं, जैसे कि यूनानी और भारतीय देवताओं और लोगों की मूर्तियों का मिलान, यूनानी स्थापत्य शैली के साथ भारतीय स्थापत्य शैली का मिश्रण, और मूर्तियों में निष्कर्षक और शारीरिक रूप में यूनानी शैली का प्रभाव।
* इसी तरह, भारतीय गांधार शैली के कुछ अन्य विशेष लक्षण हैं, जैसे कि छवियों में शारीरिक गतिविधियों का उल्लेख, भारतीय संस्कृति के रूपरेखांकन का प्रदर्शन, और ब्राह्मणीय और बौद्ध धर्म के उपासना स्थलों की मूर्तियों के विकास में सांस्कृतिक समृद्धि।
* इस प्रकार, गांधार शैली का मिश्रण भारत-यूनानी (ग्रीक) शैली का है, जो कि भारतीय और यूनानी संस्कृतियों के संगम का प्रतिबिम्ब करता है।
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