Daily Quiz For UPSC Ki Taiyari:
Q_1. हार्मोन का उदाहरण है -
[A] ऑक्सीटोसिन✓
[B] रेनिन
[C] पेप्सीन
[D] साइटोंसीन
व्याख्या: ऑक्सीटोसिन: यह एक हार्मोन है जो प्रसव, स्तनपान और सामाजिक बंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
रेनिन: मुख्य रूप से एक एंजाइम है। यह गुर्दे में बनता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। हालांकि, इसे कभी-कभी हार्मोन के रूप में भी वर्णित किया जाता है क्योंकि यह रक्तप्रवाह के माध्यम से यात्रा करता है।
पेप्सीन: यह एक एंजाइम है जो पाचन में मदद करता है, विशेष रूप से प्रोटीन को तोड़ने में।
साइटोकाइन: यह एक प्रकार का संकेत अणु है जो प्रतिरक्षा प्रणाली के कामकाज में शामिल होता है।
Q_2. मानव के WBC का व्यास होता है लगभग
[A] 0.007 mm✓
[B] 0.7 mm
[C] 0.07 mm
[D] 0.0007 mm
व्याख्या: श्वेत रक्त कोशिका (WBC) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी:
निर्माण स्थल (Where does it born): अधिकांश श्वेत रक्त कोशिकाओं का निर्माण अस्थि मज्जा (bone marrow) में होता है, जो लंबी हड्डियों के केंद्र में स्थित स्पंजी ऊतक होता है। कुछ प्रकार की WBCs, जैसे लिम्फोसाइट्स, थाइमस ग्रंथि (thymus gland) और लसीका ऊतकों (lymphatic tissues) में भी परिपक्व होती हैं।
विनाश का स्थान (Where does it die): जब एक WBC अपने कार्य को पूरा कर लेता है या मर जाता है, तो यह आमतौर पर प्लीहा (spleen) या यकृत (liver) द्वारा साफ हो जाता है।
श्वेत रक्त कोशिकाओं के प्रकार और कार्य (Types of WBC and their work): WBCs पाँच मुख्य प्रकारों में आती हैं, जिनमें से प्रत्येक का शरीर की रक्षा में एक विशिष्ट कार्य होता है। ये प्रकार हैं:
न्यूट्रोफिल्स (Neutrophils): ये सबसे आम प्रकार के WBC होते हैं और शरीर के प्राथमिक रक्षक के रूप में कार्य करते हैं। वे बैक्टीरिया को खा जाते हैं और नष्ट कर देते हैं।
लसीकाणु (Lymphocytes): ये प्रतिरक्षा प्रणाली की स्मृति रखते हैं और वायरस से संक्रमित कोशिकाओं और कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करते हैं। ये दो उप-प्रकारों में आते हैं: बी कोशिकाएं (B cells) और टी कोशिकाएं (T cells)।
मोनोसाइट्स (Monocytes): ये परिपक्व होकर ऊतकों में मैक्रोफेज (macrophages) बन जाते हैं, जो मृत कोशिकाओं, मलबे और कुछ प्रकार के रोगजनकों (pathogens) को साफ करते हैं।
*ईोसिनोफिल्स (Eosinophils): ये परजीवी संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं और एलर्जी प्रतिक्रियाओं में शामिल होते हैं।
*बेसोफिल्स (Basophils): ये शरीर में सूजन संबंधी प्रतिक्रियाओं में शामिल होते हैं और हिस्टामिन (histamine) जैसे रसायनों को रिलीज़ करते हैं।
रक्त में WBC की मात्रा (Amount of WBC in blood): एक स्वस्थ वयस्क में सामान्य WBC गणना 4,500 से 10,000 कोशिकाओं प्रति माइक्रोलीटर (µL) रक्त के बीच होती है। रक्त में WBC की मात्रा में वृद्धि या कमी संक्रमण, सूजन या अन्य स्वास्थ्य स्थितियों का संकेत हो सकती है।
Q_3. निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?
[A] यूरिया यकृत में उत्पन्न होता है✓
[B] यूरिया रुधिर में उत्पन्न होता है
[C] यूरिया मडं (स्टार्च) के पाचन से उत्पन्न होता है
[D] यूरिया फेफड़े और वृक्क में उत्पन्न होता है
व्याख्या:
यूरिया प्रोटीन के चयापचय का एक अपशिष्ट उत्पाद है।
यह मुख्य रूप से यकृत में बनता है, जहाँ यह अमोनिया (ammonia) और कार्बन डाइऑक्साइड (carbon dioxide) से निर्मित होता है।
रक्त यूरिया को गुर्दे तक ले जाता है, जहाँ इसे मूत्र में उत्सर्जित किया जाता है।
अन्य विकल्प गलत क्यों हैं:
[B] यूरिया रुधिर में उत्पन्न नहीं होता है: यह केवल यकृत में बनता है, रक्त में नहीं।
[C] यूरिया मडं (स्टार्च) के पाचन से उत्पन्न नहीं होता है: यूरिया प्रोटीन के चयापचय से बनता है, कार्बोहाइड्रेट (स्टार्च) के पाचन से नहीं।
[D] यूरिया केवल यकृत में बनता है, फेफड़ों में नहीं: फेफड़े श्वसन के लिए जिम्मेदार होते हैं, यूरिया उत्पादन के लिए नहीं।
Q_4. कथन (A) : 'ए-बी रक्त समूह के लोग सार्वभौमिक प्राप्तकर्ता होते हैं।
कारण (R): रक्त समूह AB का लाल रक्त कोशिका में कोई एंटीजन नहीं होता एवं इसीलिए अन्य किसी रक्त समूह के साथ समूहन नहीं होता।
कूट :
[A] A और R दोनों सही है और R, A की सही व्याख्या करता है।
[B] A और R दोनों सही है, परन्तु R,A की सही व्याख्या नहीं करता है।
[C] A सही है, परन्तु R गलत है✓
[D] A गलत है, परन्तु R सही है
व्याख्याए-ए बी रक्त समूह के लोगों की लाल रक्त कोशिकाओं में A और B दोनों एंटीजन होते हैं, लेकिन उनके रक्त प्लाज्मा में A या B एंटीबॉडी नहीं होते हैं।
वास्तव में, रक्त समूह दो कारकों द्वारा निर्धारित होता है:
एंटीजन: लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर मौजूद प्रोटीन।
एंटीबॉडी: रक्त प्लाज्मा में मौजूद प्रोटीन जो विदेशी एंटीजन को पहचानते हैं और उन पर हमला करते हैं।
सार्वभौमिक प्राप्तकर्ता वे लोग होते हैं जिन्हें किसी भी रक्त समूह का रक्त सुरक्षित रूप से दिया जा सकता है।
ए-बी रक्त समूह के लोग सार्वभौमिक प्राप्तकर्ता होते हैं क्योंकि उनके रक्त में A और B दोनों एंटीजन होते हैं, जिसके कारण वे किसी भी रक्त समूह के एंटीबॉडी से प्रतिक्रिया नहीं करते हैं।
कारण (R) यह गलत धारणा पर आधारित है कि ए-बी रक्त समूह में कोई एंटीजन नहीं होता है। वास्तव में, ए-बी रक्त समूह में दोनों एंटीजन होते हैं, जिसके कारण वे सार्वभौमिक प्राप्तकर्ता होते हैं।
इसलिए, कथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) गलत है।
Q_5. निम्नलिखित में से कौन-सा एंटीडाईयुरेटिक हार्मोन है
[A] वैसोप्रोसिन✓
[B] ऑक्सीटोसीन
[C] ए.सी.टी.एच
[D] कोर्टीसोन
व्याख्या: एंटी-डाययूरेटिक हार्मोन (Anti-Diuretic Hormone)** वह हार्मोन होता है जो मूत्र उत्पादन को कम करने और शरीर में पानी बनाए रखने में मदद करता है।
* [A] वैसोप्रोसिन: यह हार्मोन मूत्र उत्पादन को कम करने और शरीर में पानी बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है
*[B] ऑक्सीटोसीन: यह हार्मोन प्रसव और स्तनपान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन मूत्र उत्पादन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
* [C] ए.सी.टी.एच (ACTH): यह हार्मोन तनाव प्रतिक्रिया का हिस्सा है, लेकिन मूत्र उत्पादन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
* [D] कोर्टीसोन: यह एक स्टेरॉयड हार्मोन है जो सूजन और प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित करता है, लेकिन मूत्र उत्पादन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है
* वैसोप्रोसिन ही एकमात्र विकल्प है जो एंटी-डाययूरेटिक हार्मोन के रूप में कार्य करता है। यह मूत्र उत्पादन को कम करने और शरीर में पानी बनाए रखने में मदद करता है।
* वैसोप्रोसिन को एडीएच (ADH) के नाम से भी जाना जाता है।
* यह हार्मोन हाइपोथैलेमस (hypothalamus) में बनता है और पिट्यूइटरी ग्रंथि (pituitary gland) से निकलता है।
* यह हार्मोन किडनी (kidneys) में स्थित गुर्दा नलिकाओं (renal tubules) को प्रभावित करता है, जिससे वे अधिक पानी को पुन: अवशोषित करते हैं और कम मूत्र का उत्पादन करते हैं।
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